दिल की जुस्तजू
दिल की जुस्तजू है, एक दिन तुझको पाऊँ, इस अंबर से भी आगे, तुझको लेकर जाऊँ। तेरी रौशनी में मेरा जहाँ रोशन हो, तेरी बाहों में सारा आलम मगन हो। हर मंज़िल से आगे, हर सरहद के पार, बस तेरा साथ हो, तेरा प्यार बेशुमार। ख़्वाबों की हद से, हकीकत में आऊँ, एक दिन तुझे पाकर, तुझमें ही समाऊँ।